अश्क़ गिरने ना पाये ख़याल रखो बीती यादों की घठरी संम्भाल रखो क्या कहा जो दिसम्बर दिया खो गया अब के तोहफे मे लो नया साल रखो اردو...
Saturday, 30 December 2017
तुम से छिपा नही है जो बस्ती का हाल है कुछ घर जले हुए हैं मुझे ये मलाल है होली दीवाली हो या नया साल दोस्तों क्या इस खुशी के वक़्त मे उन...
Wednesday, 27 December 2017
ऐसा नही की सब को बुलाने का वक़्त हो फ़ुर्सत मे हो आओ जो आने का वक़्त हो इस बार नया साल माना लेंगे साथ साथ आजा जो तेरे पास मना...
Sunday, 24 December 2017
वो जा रहा है रूठ के आकर हि रोक लो तुम में अगर है दम तो मना कर हि रोक लो हर साल नया साल मना कर हैं थक चुके ऐसा करो कि अब के दिस...
Friday, 15 December 2017
कोई चारा कोई तदबीर तब कारी नही होती ये सच है हुस्न आगे हो तो हुशयारी नही होती ये माना दोस्त दिल के हाथ कुछ मजबूर हो फिर भी हर ए...
Sunday, 3 December 2017
कोई आवाज़ महक उठी थी जादू बन कर मेरी साँसों में वही रहती है खुश्बू बन कर टूटते दिल से लहू के थे जो क़तरे निकले वो छलक...
Saturday, 2 December 2017
मेरी तर्ज़े सुखन पे ना जा हमनशी, ये तो बस इश्क़ का मेरे इज़हार है मेरा गुस्सा जो है बस दिखावे का है, देख दिल मे मेरे प्यार ही प्य...