Sahir Adeeb

The Poet of New Generations

Friday, 9 June 2017

क्या क्या अड़चने हैं और क्या बाधा समझती है


क्या क्या अड़चने हैं और क्या बाधा समझती है
कृष्णा कह नही पाता मगर राधा समझती है
मज़हब और सियासत की दीवारे रोकती तो हैं
अब उसका सब कुछ है अकबर यही जोधा समझती है

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