जहाँ हो वक़्त सुनेहरा तलाश करते हैं
चलो का मजनू का हम ज़ौक़े आशिक़ी परखें
गिरेबाँ चाक हो सेहरा तलाश करते हैं
हवा सुहानी है मतलब इसी शहर मे कही
किसी जगह पे है ठहरा तलाश करते हैं
तेरी ग़ज़ल मे कोई खुश्बू ही नही "साहिर"
चलो कि फूल सा चेहरा तलाश करते हैं
चलो का मजनू का हम ज़ौक़े आशिक़ी परखें
गिरेबाँ चाक हो सेहरा तलाश करते हैं
हवा सुहानी है मतलब इसी शहर मे कही
किसी जगह पे है ठहरा तलाश करते हैं
तेरी ग़ज़ल मे कोई खुश्बू ही नही "साहिर"
चलो कि फूल सा चेहरा तलाश करते हैं
©Sahir Adeeb
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