Sahir Adeeb

The Poet of New Generations

Friday, 2 February 2018

आशिक़ों का ये एक ख्वाब भी है


आशिक़ों  का  ये  एक  ख्वाब  भी  है
और मुहब्ब्बत की एक किताब भी है
जिस  तरफ  देखिये  नशा  ही  नशा
फ़रवरी   जैसे   एक   शराब   भी  है

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